banyan tree in Hindi
इस पोस्ट में हम आपको banyan tree in hindi,great banyan tree,Bargad ka ped, bargad ke fayde,bargad ke dudh ke fayde,bargad, national tree of India के बारे में बात करेंगे।
दोस्तो आपने बरगद के पेड़ के बारे में सुना होगा। यह पेड़ जितना बड़ा है, इसके चिकित्सकीय गुण हैं। आयुर्वेद में इसके कई औषधीय गुणों का उपयोग किया जाता है।
आयुर्वेद में, इसका उपयोग कई बीमारियों और संक्रमणों के इलाज के लिए किया जाता है। आयुर्वेद के अनुसार, इस पेड़ का उपयोग वात दोष के लिए किया जाता है।
कोलकाता के बॉटनिकल गार्डन में पाया जाने वाला 'ग्रेट बरगद का पेड़' great banyan tree 250 साल से अधिक पुराना है और इसकी बहुत बड़ी शाखाएँ हैं। यह भारत में अब तक का सबसे बड़ा पेड़ है। बरगद के पेड़ को National tree of India काहा जाता है।
बरगद के पेड़ के औषधीय गुणों का वर्णन हिंदू ग्रंथ के आयुर्वेदिक ग्रंथों में किया गया है।
आयुर्वेद में ऐसी बहुत सारी जड़ी बूटियों का वर्णन है जिसका इस्तेमाल करके भयंकर से भयंकर बीमारी को ठीक किया जा सकता है इन सारी जड़ी बूटियों का वर्णन आपको Rapid Ayurveda पर मिलेगा इन जड़ी-बूटियों का आप घर पर इस्तेमाल कर कर रोग मुक्त हो सकते हैं।
इसका उपयोग प्राचीन काल से कई बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता है। बरगद के पेड़ के औषधीय गुणों का उपयोग महिलाओं और पुरुषों के यौन रोगों में किया जाता है।
दोस्तों, आज के दौर में बहुत से लड़के अपने वीर्य को हस्तमैथुन और खराब कर लेते हैं और बाद में उनके विवाहित जीवन में समस्याओं का सामना करना पड़ता है। फिर वे अपनी पुरष सकती बढ़ाने के लिए एक महंगे उत्पाद का उपयोग करते हैं जिसका उनके शरीर पर दुष्प्रभाव पड़ता है और पैसे की बर्बादी होती है। यदि आप अपनी बांझपन जैसे नपुंसकता, स्तंभन दोष, शीघ्रपतन आदि को बढ़ाना चाहते हैं, तो बरगद के पेड़ का उपयोग करें, बिना धन की बरबादी, कोई दुष्प्रभाव नहीं।
यह भी पढ़ें:-
Anar,Anar khane ke fayde, Pomegranate
दोस्तों अब हम बात करेंगे बरगद के पेड़ के फायदे के बारे में।
Bargad ke fayde
बरगद का दूध (bargad ke dudh ke fayde)
यदि किसी व्यक्ति को मानसिक रोग है, तो उसे बरगद के पेड़ का उपयोग करना चाहिए, जिसके प्रयोग से उसका रोग जड़ से मिट जाएगा। इस रोग को ठीक करने के लिए आपको कुछ बतासे (भारतीय शक्कर ड्रॉप कैंडी) की आवश्यकता होगी।
इसके लिए आपको सुबह सूरज निकलने से पहले बरगद के पास जाना होगा, और इसके कोमल पत्तों को तोड़कर, इससे जो दूध निकलेगा, उसे दो या तीन बतासे(मिश्री ड्रॉप कैंडी) में 2 से 4 बूंदें डालकर, आपको इसे 21 दिनों तक इस्तेमाल करना है।
यह जानकर हैरानी होगी कि इसका उपयोग राजा महाराजा भी करते थे।
बरगद का फल(bargad ke fal ke fayde)
अब हम दोस्तों बात करेंगे बरगद के फल के फायदे, बरगद के फल का इस्तेमाल करके हम अपनी मर्दाना ताकत को कई गुना बढ़ा सकते हैं इसका उपयोग करने से धातु रोग, शीघ्रपतन, नपुंसकता, शरीर में कमजोरी आदि सभी रोगों से निजात मिलती है।
अब हम जानेंगे कि इसका उपयोग कैसे करना है, आपको बरगद के लाल रंग के फल को तोड़कर लाना है, ध्यान रहे बरगद के फल को नीचे से नहीं उठाने है।
फलों को अपने घर पर लाकर , एक कपड़ा बिछाकर उस पर इन फलों को बिखेर देना है और इसे सुखा लेना है, ध्यान रहे कि इसे सूरज की रोशनी में नहीं सुखाना, सूख जाने के बाद इसे किसी लकड़ी के या फिर पत्थर से बनी हुई चीज में डालकर कूटना है, कूटने के बाद जो चूर्ण तैयार होगा, उस चूर्ण की बराबर मात्रा में आपको इसमें मिश्री मिला लेनी है, मिश्री को भी आपने लकड़ी या फिर पत्थर से बनी हुई चीज में ही कूटना है, ध्यान रहे कि दोनों की बराबर मात्रा होनी चाहिए, इस प्रयोग में किसी भी लोहा या धातु का इस्तेमाल नहीं करना, सिर्फ लकड़ी या पत्थर से बनी हुई चीज में ही इन फलो को और मिश्री को कूटना है, जब यह मिश्रण तैयार हो जाए तो इसे किसी मिट्टी के बने हुए बर्तन में भरकर रख लेना है।
इस चूर्ण का रोज सुबह शाम एक- एक चम्मच गाय के दूध के साथ सेवन करें, इस चूर्ण का उपयोग करने से आपकी खोई हुई ताकत वापस आ जाएगी और चेहरे पर लाली आ जाएगी, शरीर बलवान हो जाएगा।
शरीर की यौन प्रक्रिया में सुधार के लिए बट के पेड़ का फल बहुत लाभकारी माना गया है। वट के फल के एक नुस्खे का जिक्र खासतौर से प्राचीन ग्रंथों में किया गया है। इसे विस्तार से नीचे दिया गया है।
इस नुस्खे के तहत इसके फल को जमा करके उसे छाया में सुखाना होता है। इसके बाद उसका पाउडर बनाकर स्वाद के लिए चीनी मिला ली जाती है। इसके बाद इस मिश्रण को पानी या दूध के साथ दिन में दो बार लेने की सलाह दी जाती है ।
प्रयोग करने का का नुस्खा बरगद के वृक्ष में लाल और छोटे, बेर के समान फल लगते है। इन लाल पके हुए फलों को हाथ से तोड़ें। जमीन पर गिरे फल इस्तेमाल न करे। इन फलों को धरती पर कपड़ा बिछाकर छाया में सुखाएं। सूखने के बाद पीसकर इनका पाउडर बना लें।
पीसने में लोहे का प्रयोग नहीं होना चाहिए। यानी इन फलों का लोहे से संपर्क नहीं होना चाहिए। अच्छा हो कि इसे पत्थर से पीसा जाए। अब फल के पाउडर के बराबर मात्रा में ही मिश्री पीसकर इसमें मिला दें। इस पाउडर के तोल के बराबर पीसी हुयी मिश्री मिला लें। मिश्री को भी पत्थर से ही पीसा जाना चाहिए।
मिश्री और बरगद के फल के पाउडर के मिश्रण को मिट्टी के बर्तत में रखना चाहिए। अब इस मिश्रण की आधा-आधा चम्मच मात्रा सुबह और शाम गर्म दूध के साथ लेनी चाहिए। यह नुस्खा शीघ्रपतन की समस्या और शुक्राणों की कमी की समस्या में बेहद लाभकारी बताया गया है। साथ ही इससे यौन शक्ति में भी वृद्धि होती है। सामान्य स्वास्थ्य भी बेहतर होता है।
0 टिप्पणियां